पदबंध किसे कहते हैं और पदबंध के प्रकार
नमस्कार दोस्तों आप सभी का स्वागत है Hindi-khabri.in में दोस्तों आज के इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि पदबंध किसे कहते हैं और पदबंध के प्रकार?आदि के बारे में इस आर्टिकल में हम जानेंगे तो दोस्तों आइए हम बिना देर किए पदबंध किसे कहते हैं? के बारे में जानते हैं।
पदबंध किसे कहते हैं?
कई पदों के योग्य से बने वाक्यांशों को जो एक ही पद का काम करते हैं उन्हें पदबंध कहते हैं।पदबंध को वाक्यांश भी कहते हैं।
जैसे-सबसे तेज दौड़ने वाला विद्यार्थी जीत गया।
यह लड़की अत्यंत सुशील और परिश्रमी है।
नदी बहती चली जा रही है।
नदी कल-कल करती हुई बह रही थी।
ऊपर दिए गए वाक्यों में रंगीन किए हुए शब्द पदबंध है। पहले वाक्य के ‘सबसे तेज दौड़ने वाला विद्यार्थी ’ में 5 पद है, लेकिन वे सभी मिलकर एक ही पद अर्थात संज्ञा का काम कर रहे हैं। दूसरे वाक्य के ‘अत्यंत सुशील और परिश्रमी’ में भी 4 पद हैं, लेकिन वे सभी मिलकर एक ही पद विशेषण का कार्य कर रहे हैं। तीसरे वाक्य के ‘बहती चली जा रही है’ में 5 पद हैं, किंतु वे सभी मिलकर एक ही पद क्रिया का काम कर रहे हैं। चौथे वाक्य के ,कल कल करती हुई’ में 3 पद है,किंतु वे सभी मिलकर एक ही पद क्रिया विशेषण का काम कर रहे हैं।
पदबंध के प्रकार
पदबंध चार प्रकार के होते हैं-
संज्ञा पदबंध,विशेषण पदबंध, क्रिया पदबंध और क्रिया विशेषण पदबंध।
संज्ञा पदबंध
पदबंध का अंतिम अथवा शीर्ष शब्द यदि संज्ञा हो और अन्य सभी पद उसी पर निर्भर हो तो वह ‘संज्ञा पदबंध’ कहलाता है।
जैसे-पांच ताकतवर मजदूर इस भारी चीज को उठा पाए।
राम ने लंका के राजा रावण को मार गिराया।
अयोध्या के राजा दशरथ जी के चार पुत्र थे।
आसमान में उड़ता गुब्बारा फट गया।
इन सभी वाक्यों में रंगीन किए हुए शब्द ‘संज्ञा पदबंध’ है।
विशेषण पदबंध
पदबंध का शीर्ष अथवा अंतिम शब्द यदि विशेषण हो और अन्य सभी पद उसी पर निर्भर हो तो वह ‘विशेषण पदबंध’ कहलाता है।
जैसे-तेज चलने वाली गाड़ियां प्राय: देर से पहुंचती है।
उस घर के अंदर बैठा हुआ आदमी जासूस है।
उसका घोड़ा बहुत अत्यंत सुंदर फुर्तीला और आज्ञाकारी हैं।
बरगद और पीपल की घनी छांव से हमें बहुत सुख मिला।
ऊपर दिए गए वाक्यों में रंगीन किए हुए शब्द ‘विशेषण पदबंध है।
क्रिया पदबंध
क्रिया पदबंध में मुख्य क्रिया पहले आती है और उसके बाद अन्य क्रियाएं मिलकर एक पूरी इकाई बनाती हैं यहीं क्रिया पदबंध है।
जैसे-वह बाजार की ओर आया होगा।
मुझे मोहन छत से दिखाई दे रहा है।
सुरेश नदी में डूब गया।
अब दरवाजा खोला जा सकता है।
ऊपर दिए गए वाक्य में रंगीन शब्द ‘क्रिया पदबंध’ हैं।
क्रिया विशेषण पदबंध
यह पदबंध मूल रूप से क्रिया का विशेषण रूप होने के कारण प्राय: क्रिया से पहले आता है।इसमें क्रियाविशेषण प्राय: शीर्ष स्थान पर होता है,अन्य पद उस पर निर्भर होते हैं।
जैसे-मैंने इंदू की आधी रात तक प्रतीक्षा की।
उसने सांप को पीट-पीटकर मारा।
छात्र मोहन की शिकायत दबी जबान से कर रहे थे।
कुछ लोग सोते-सोते चलते हैं।
ऊपर दिए गए वाक्यों में रंगीन शब्द क्रिया विशेषण पदबंध है।
उपवाक्य और पदबंध में अंतर
उपवाक्य और पदबंध-उपवाक्य से छोटी इकाई पदबंध है। ‘मेरा भाई मोहन बीमार है’ उपवाक्य हैं और इसमें ‘मेरा भाई मोहन’ संज्ञा पदबंध है। पदबंध में अधूरा भाव प्रकट होता है किंतु उपवाक्य में पूरा भाव प्रकट हो भी सकता है और कभी-कभी नहीं भी। उपवाक्य में क्रिया अनिवार्य रहती है जबकि पदबंध में क्रिया का होना आवश्यक नहीं होता है।
उदाहरण-रमेश की बहन शीला तेजी से चलती बस से गिर पड़ी और उसे कई चोटें आई।(वाक्य)
रामानन्द की बहन इंदू तेजी से चलती बस से गिर पड़ी। (उपवाक्य)
रमेश की बहन शीला (संज्ञा पदबंध)
तेजी से चलती बस(क्रिया विशेषण पदबंध)
गिर पड़ी(क्रिया पदबंध)
निष्कर्ष
दोस्तों हम आपसे यह उम्मीद करते हैं कि आप सभी लोगों को पदबंध किसे कहते हैं और पदबंध के प्रकार के बारे में समझ आ गया होगा। यदि आप सभी लोगों को इससे जुड़ा कोई भी सवाल है तो आप सभी लोग हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। यदि आप सभी लोगों को यह पोस्ट हमारी अच्छी लगी हो तो इस जानकारी को आगे शेयर जरूर करें।
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